महिला शक्ति को सलाम , क्रोना से जंग में जुटी महिलाएं घर से फेस कवर मास्क बनाकर कर रही है लोगों की मदद.
कोरोना वायरस से जंग लडऩे के लिए समाज का हर वर्ग जुट गया है। महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान की महिलाओं ने क्रोना से जंग में लड़ने की तैयारी करनी शुरू कर दी है, जब लोगों को मेडिकल स्टोर पर मास्क नहीं मिले तो महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान की महिलाओं ने बचाव के लिए जिम्मा संभाल लिया. महिलाओं का मानना है कि अपने हुनर का अगर सही समय पर इस्तेमाल नहीं हुआ तो वह हुनर किसी काम का नहीं रह जाता और यही बात है, कि श्रम विभाग द्वारा संस्थान से 2 महीने की फैशन डिजाइनिंग ट्रेनिंग लेने के बाद महिलाओं ने अपने रोजगार के साथ-साथ, आज जब देश ऐसी महामारी बीमारी से जूझ रहा है तो इसकी बचाव के लिए आगे आई हैं. आपको बता दें कि महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान अब तक 10000 से ज्यादा महिलाओं को फैशन डिजाइनिंग की ट्रेनिंग दे चुका है जिसमें देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार, कोटद्वार, लैंसडाउन और सतपुली जैसी जगह शामिल है और आज जब क्रोना वायरस से देश, दुनिया लड़ रही है तो ऐसे में फैशन डिजाइनिंग सीख चुकी महिलाओं ने अपने अपने घरों से फेस कवर मास्क बनाना शुरू कर दिया है,
महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान के अध्यक्षा अनुकृति गुसाईं रावत ने बताया कि महिलाएं अपने-अपने घरों से 1 दिन में 100 से 120 करीब मास्क बना रही हैं जिसको संस्थान द्वारा जिला प्रशासन से लोगों तक पहुंचाया जाएगा. अध्यक्षा अनुकृति गुसाईं रावत ने महिलाओं को की कला का सही उपयोग करने के लिए धन्यवाद किया. महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान की महिलाओं ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि महिलाएं घरों में रहकर भी देश को बचा सकती हैं. आप सब भी अपने घर में रहकर सुरक्षित रहिए और सावधानी बरतें, फेस कवर मास्क का इस्तेमाल करना ना भूलें.