अयूब भाई आपको पूरे देश का सलाम.
मोहम्मद अयूब क़रीब 60 साल के हैं. बीते कई साल से ट्रक चलाते हैं. इन दिनों जब पूरे देश में लॉकडाउन है, तब भी अयूब भाई जैसे हज़ारों लोग घरों से बाहर हैं ताकि आपकी-हमारी थाली तक लगातार खाना पहुँचता रहे. हमें ज़रूरी सामान मिलता रहे, हमारा पेट भरा रहे, इसके लिए हज़ारों लोग दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और देखिए कैसी-कैसी परिस्थितियों में कर रहे हैं. हाइवे के सभी ढाबे इन दिनों बंद हैं. खाना तो दूर कहीं एक कप चाय तक इन लोगों को नसीब नहीं हो रही. ऐसे में मोहम्मद अयूब तीन दिन पहले जब अपने घर से चले थे तो उन्होंने बीस रोटियाँ बांध ली थी. पिछले तीन दिनों से वे यही सूखी रोटियाँ खा कर लगातार ट्रक चला रहे हैं. पाँच सूखी रोटियाँ अभी बची हैं जिन्हें वे शाम को गुड़ के साथ खाएँगे और पानी पीकर फिर से काम पर लग जाएँगे. आपको और आपके जैसे तमाम साथियों को हम सबकी ओर से सलाम अयूब भाई…