सूत्रों की मानें तो केरोसिन व्यवसाय से जुड़े जौली ने कम उम्र में ही अकूत संपत्ति जोड़ी कोटद्वार शहर ही नहीं उत्तराखंड के कई शहरों और अन्य प्रदेशों में भी उसकी और उसके परिवार की अकूत संपत्ति है परिवार के तीन पेट्रोलपंप
कोटद्वार शहर के हर कोने पर जौली की संपत्तियां हैं नजिमाबाद रोड ,देवी रोड ,पदमपुर चौराहा ,भाबर क्षेत्र, बद्रीनाथ मार्ग जिन भी सड़कों और मोहल्लों का आप नाम लेंगे वहां जौली की संपत्ति आपको मिल ही जाएगी आखिर यह जौली है कौन ? काबीना मंत्री का दाया हाथ कहा जाने वाला जॉली केरोसिन के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है ,मिट्टी के तेल यानी कि केरोसिन के खेल में उसने और उसके परिवार में इतने पैसे कमा लिए कि वह अपनी संपत्तियों को गिन नहीं सकता आखिर इनकम टैक्स विभाग ईडी और अन्य विभागों को उसकी संपत्ति क्यों नहीं दिखाई देती कहीं मंत्री जी की आड़ में यह है व्यक्ति कोई गोरखधंधा तो नहीं कर रहा सूत्रों की माने अकूत संपत्ति के मालिक जौली ने खनन व्यवसाय में भी हाथ डाल दिया है आखिर इतनी संपत्ति इतना पैसा कहां लगाए यह भी एक बड़ी मुसीबत है
सूत्रों की माने तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के लिए बद्रीनाथ मार्ग पर जमीन भी जोली ने ही बेची जिसमें कि मोटा कमीशन पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र बिष्ट गढ़वाली की जेब में गया कमीशन बतौर 25 लाख तो मिले ही लेकिन उसको नगर पालिका द्वारा बनाई गई दो दुकानें जो खनन व्यवसाई गौरव अग्रवाल औऱ परिवार के नाम पर थीं वो भी गिफ्ट में मिली अकूत संपत्ति के मालिक जोली ने भारतीय जनता पार्टी को कार्यालय के लिए जो जमीन बेची वह करोड़ों में है जिसमें कि मोटा कमीशन उस समय के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र बिष्ट गढ़वाली को मिला और शेलेन्द्र बिष्ट गढ़वाली ने देरादून में करोड़ों का फ्लैट खरीदा आखिर प्रशासन इनकम टैक्स ई डी को इस तरह के लोग क्यों नहीं दिखाई देते जब व्यक्ति के पास अधिक पैसा हो जाता है तो वह अपराध की दुनिया में भी कदम रख लेता है और अधिक पैसा आदमी को अपराधी बना देता है ऐसे लोग अपने फायदे के लिए मुख्यमंत्री और मंत्री का नाम भुनाने से भी नहीं कतराते जबकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और मंत्री हरक सिंह रावत पहले ही पल्ला झाड़ चुके हैं जल्द जी संपत्ति की जांच सीबीआई और ED से कराई जायेगी

