सहारनपुर, 18 मई।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उ प्र के पूर्व अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य स्व बी एन सिंह की 21 वीं पुण्यतिथि पर राज्य कर्मचारियों ने अपने नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
प्रदेश में कर्मचारियों के मसीहा के नाम से प्रख्यात स्व बी एन सिंह ने लगभग तीन दशक तक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते हुए अनेक उपलब्धियां दिलाईं थीं।
वर्तमान में विश्वव्यापी कोरोना संकट के चलते लॉक डाउन और सामाजिक दूरी बनाने के कारण उनकी पूण्य तिथि पर होने वाले जनकल्याण के कार्यक्रम नहीं हो सके किन्तु जनपदों में परिषद द्वारा अपने नेता को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
इस अवसर पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उ प्र के प्रदेश उपाध्यक्ष पश्चिम जे पी चाहर ने स्व बी एन सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। चाहर ने बताया कि बदलते समय और कर्मचारी पदाधिकारियों की महत्वाकांक्षा के चलते कर्मचारियों द्वारा अपने इस प्रणेता को भुलाया जारहा है। चाहर ने बताया कि हर साल 18 मई को सहारनपुर सहित प्रदेश के अनेक जनपदों में स्वेच्छिक़ रक्तदान शिविर लगाकर बड़ी संख्या में रक्तदान किया जाता था। इसके अलावा अनेक आंदोलनों का आगाज कर बी एन सिंह के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया जाता था।
चाहर ने बताया कि हालांकि स्व सिंह के अनुयायी अमरनाथ यादव के नेतृत्व में कर्मचारि शिक्षक समन्वय समिति द्वारा लखनऊ स्थिति उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि के साथ सरकार द्वारा कर्मचारियों के डी ए सहित अन्य भत्तों को रोकने के विरोध में आंदोलन की शुरुआत की है । लेकिन कुछ शीर्षस्थ लोगों ने उनको भुला दिया।
परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष पश्चिम जे पी चाहर के नेतृत्व में सहारनपुर के जिलाध्यक्ष सी पी सिंह, जिलामंत्री अशोक मलिक, मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष रवींद्र नागर, मंत्री कुलदीप शर्मा, शामली के जिलाध्यक्ष इशरार खान, मंत्री लोकेश चौधरी, ग़ाज़ियाबाद के जिलाध्यक्ष देवब्रत चौधरी आदि पश्चिमांचल के अनेक पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से वीडिओकाल के जरिये स्व बी एन सिंह को याद कर श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं।

