रिपोर्ट : पंकज तलवार देहरादून
ओखलकांडा ब्लाक के पदमपुर मीडार निवासी और वर्तमान में हल्द्वानी के गोरापड़ाव निवासी युमना प्रसाद पनेरू की बृहस्पतिवार रात कुपवाड़ा में शहीद होने की सूचना सेना से मिली है। जानकारी के मुताबिक यहां बर्फ से ढकी चोटियों पर अपनी टीम को रेस्क्यू करते वक्त उनका पैर फिसला, वह खाई में गिर गए और शहीद हो गए।
शहीद के छोटे भाई भुवन पनेरू ने बताया कि उनके बड़े भाई यमुना प्रसाद पनेरू 2001 में छह कुमाऊं में भर्ती हुए थे। सूबेदार यमुना पनेरू का बचपन ग्रामसभा पदमपुर मीडार के तोक गालपाधूरा में बीता। आठवीं तक की पढ़ाई उच्च प्राथमिक विद्यालय मीडार से करने के बाद 9वीं और दसवीं की पढ़ाई एसएमएसडी स्कूल कनखल हरिद्वार से हुई।
इंटरमीडिएट की परीक्षा हरिराम इंटर कॉलेज से पास करने के बाद डीएवी देहरादून में बीएससी में दाखिला लिया। बीएससी प्रथम वर्ष करने के दौरान का चयन भारतीय सेना के लिए हो गया। भाई भुवन पनेरू ने 2012 में यमुना परगांई द्वारा एवरेस्ट फतह करने की जानकारी भी दी। साथ ही उन्होंने नंदादेवी शिखर और छोटे कैलाश को भी छुआ था। माउंटेनिंग सिखाने के लिए वे कुछ समय दार्जिलिंग में भी रहे।