रिपोर्ट – लाल बहादुर शर्मा
रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे 130 स्थित ग्राम टेमरी में मीत ढ़ाबा के पास गुरुवार को सुबह 8 बजे प्रवासी मजदूरों को रायपुर से बिलासपुर लेकर जा रही यात्री बस और बिलासपुर की ओर से रायपुर आ रही कोयला से भरी ट्रेलर में आमने सामने टक्कर होने से बस चालक समेत 1 मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई।वहीं 2 मजदूर गंभीर रूप से घायल व अन्य 20 मजदूरों को मामूली चोटें आई है।सभी मजदूरों को सिम्स बिलासपुर में भर्ती कराया गया है।जहां उनके इलाज जारी है।बस में 32-34 मजदूर सवार थे। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नांदघाट पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से घायलों को निजी वाहन से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आमने सामने बस और ट्रेलर की भिड़ंत इतनी तेज थी कि दोनों वाहनों के सामने हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।और बस के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई वहीं लाश स्टेयरिंग में ही फंसे रहे।पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से 2 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद बस ड्राइवर के लाश को बाहर निकाली गई।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में बस ड्राइवर गुहाराम सोनवानी पिता गोपीनाथ उम्र (55 वर्ष) साकिन राजनांदगांव और मजदूर देवनाथ सिंह पिता मनमोहन सिंह उम्र (35 वर्ष) निवासी ग्राम गोलाघाट थाना अमदाबाद (बिहार) के मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बस में सवार 2 मजदूर किशन यादव पिता कुलेश्वर यादव निवासी करही (सरगांव) और शिवनाथ कुमार प्रजापति पिता बद्री प्रजापति औरंगाबाद (बिहार) गंभीर रूप से घायल है।जो सिम्स बिलासपुर में भर्ती है। वहीं मजदूरों में हीरालाल भुईया उम्र 25,दिनेश भुईया उम्र 23,लखन राम उम्र 30,झरी भुईया उम्र 47,उपेन्द्र भुईया उम्र 29,कमेश्वर भुईया उम्र 35,गणेश भुईया उम्र 20,विनोद मेहता उम्र 43 सभी निवासी औरंगाबाद (बिहार),गौर कुमार मण्डल उम्र 27 कटियार (बिहार)प्रकाश मण्डल उम्र 20 साल साहेबगंज (झारखंड),पाला दास रतनपुर (बिलासपुर) को इलाज के लिए बिलासपुर सिम्स के अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उनका इलाज जारी है।वहीं मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए नवागढ़ भेज दिया गया है।घटना के जानकारी के बाद परिजन भी पहुंच चुके है। घटना के बाद बेमेतरा एसपी दिव्यांग पटेल,नवागढ़ एसडीएम डीआर डाहीरे,तहसीलदार रेणुका रात्रे भी मौके पहुंचे थे।

बस में 32-34 प्रवासी मजदूर सवार थे जिन्हें बस द्वारा बिलासपुर क्वारेंटाइन में छोड़ना था।
मिली जानकारी के अनुसार बस में सवार ज्यादातर मजदूर झारखंड,बिहार और 1-1 मजदूर बिलासपुर,मुंगेली जिले के रहने वाले थे,जो महाराष्ट्र में मजदूरी करते थे,जिन्हें राजनांदगांव स्थित छग-एमपी बॉर्डर तक पहुंचाया गया था।छग राज्य शासन के निर्देश पर इन मजदूरों को बॉर्डर से बस में बिठाकर बिलासपुर के क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा था।यहां से इन्हें उनके प्रदेशों के लिए भेजा जाना था।लेकिन बिलासपुर पहुंचने से पहले ही रास्ते मे प्रवासी मजदूरों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।नांदघाट पुलिस अन्य मजदूरों को बिलासपुर क्वारेंटाइन सेंटर तक दूसरे वाहन की सहायता से पहुंचाई गई।

