कोटद्वार इन दिनों सुर्खियों में है पुलिस और खनन माफियाओं का गठबंधन इतना जबरदस्त बन चुका है कि खनन माफिया के द्वारा पहले RTI कायकर्ता उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी और पत्रकार राजीव गौड़ पर जानलेवा हमला हुआ और उल्टा उनके ही खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवाना फिर पार्षद सूरज प्रसाद कांति को जान से मारने की धमकी मिलना कोई सोची समझी चाल है जो खनन माफियाओं और पुलिस का गठबंधन साफ दिखाती है आश्चर्य तो तब ज्यादा होता है जब एक बड़े अखबार के पत्रकार के द्वारा खनन माफियाओं की तारीफ में एक चोथाइ पेज लिखना और ये कहना कि वो माफिया नहीं राजस्व दे रहे हैं सरकार को हद हो गई

आज तो हद ही हो गई जब पशु प्रेमी समाज सेविका सुषमा जखमोला को भी खनन माफियाओं ने धमकी दे डाली फिलहाल पुलिस ने कार्यवाही का अस्वासन दिया है लेकिन जब पुलिस खनन माफियाओं से मोटी रकम ऐंठ रही हो और पुलिस की जेबें गरम हो ऐसे में कार्यवाही कर पाती है कि नहीं ये बड़ा सवाल है
