शिक्षक सरकार द्वारा दिए किसी भी काम को पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण से करते हैं। कोरोना जैसे वैश्विक संकट में #800 से ज्यादा #शिक्षक #बॉर्डर की चौकियों से लेकर रेलवे स्टेशन तक दिन रात लगे हैं। न मास्क मिलता है न पीपीई किट। सिर्फ शिक्षक ही हैं जिनका मालिक हर विभाग है कोई भी आता है धमका जाता है। काउंटर पर अन्य विभाग के कर्मचारी हों न हों शिक्षक जरूर मिलेंगे। कार्य की सराहना तो दूर पुलिसकर्मी ने ड्यूटी पर जा रहे शिक्षक को ही पीट दिया। मेरे बहुत से पुलिस अधिकारी और कर्मचारी परिचित हैं जो समर्पण से लगे हैं। अब ऐसे पुलिसकर्मी को क्या कहिएगा? पर यकीन कीजिये न हम ड्यूटी से भाग रहे न किसी काम से पीछे हट रहे पर आत्मसम्मान से बड़ा कुछ नही। उत्पीड़न नही सहेंगे।