रिपोर्ट-दीपक तिवारी
गोरखपुर : सर्वोदय किसान इंटर कॉलेज कौड़ीराम में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए थर्मल स्कैनिंग सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है। बता दें कि विगत कई दिनों से बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए इंटर कॉलेज के गेट पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उन लोगों का नाम पता नोट किया जा रहा है। उनको प्रशासन द्वारा राहत सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है ,इस समय सबसे अधिक प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र व गुजरात से आ रहे हैं, जहां कोरोनावायरस अपने चरम स्थिति पर है । इसे प्रशासन की लापरवाही कही जाएगी कि प्रवासी मजदूर ट्रकों में झुंड बनाकर के आ-जा रहे हैं कौड़ीराम चौराहे पर उतरने के बाद वह इंटर कॉलेज में बनाए गए थर्मल स्कैनिंग सेंटर पर अपना नाम पता नोट कराने के लिए जा रहे हैं। वहां कोई व्यवस्था ना होने से प्रवासी मजदूर जल्दबाजी में अपना नाम पता नोट कराने के चक्कर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सोचिए अगर एक भी व्यक्ति उसमें कोरोनावायरस से ग्रसित हो तो वह कितने लोगों को ग्रसित कर देंगे । इस तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है ,जो ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी भारी पड़ सकता है। बता दें कि अधिकांश लोग मोटरसाइकिल या साइकिल से थर्मल स्कैनिंग के लिए आ रहे हैं जो यह इशारा कर रहा है कि यह लोग बाहर से आने के बाद सीधे अपने घरों को गए और वहां से फ्रेश होने के बाद मोटरसाइकिल या साइकिल से इंटर कॉलेज में बने थर्मल स्कैनिंग सेंटर पर आ रहे हैं। जबकि रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को दिया गया स्पष्ट निर्देश कि सीधे वह अपने क्षेत्र में बने थर्मल स्कैनिंग सेंटर पर जाकर के वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद ही अपने घरों के लिए क्वॉरन्टीन होंगे। लेकिन प्रवासी मजदूर अपने साथ-साथ अपने परिवार एवं क्षेत्र के लोगों को भी इस कोरोनावायरस नामक महामारी में धकेल रहे हैं जो भविष्य में प्रशासन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।